उससे पहले एक 5 साल की बच्ची का अलीगढ़ में रेप हुआ था
ऐसी बहुत सी घटनाएं हैं जो डेली अखबार में पढ़ोगे तो रोज पढ़ने को मिल जाएंगे कि कहीं एसिड अटैक हो रहा है कहीं रेप हो रहा है कहीं हत्या हो रही है
मन बहुत विचलित सा हो जाता है
क्यों होता है बलात्कार जानते हैं कुछ पहलुओं को
फिल्मों में अश्लीलता दिखाना,
महिलाओं को कमजोर समझना
और उनका आत्मविश्वास कमजोर होना,
पुरुषों की हवस भरी सोच
और शायद नशा,
लचर कानून
१-फिल्मों में अश्लीलता दिखाना-
आजकल की फिल्में कहीं भी उठा कर देख लो ऐसी फिल्म होती है कि अपनी फैमिली के साथ नहीं देख सकते कहीं पर कोई किस सीन हो रहा है नहीं कि कुछ हो रहा है तो इससे बहुत बड़ा मेंटली फर्क पड़ता है दिमाग पर लोग हमेशा उसी चीज के बारे में सोचते हैं जो उन्हें दिखाई जाती है और वह सोचते हैं इस चीजों में मजा आ रहा है लेकिन वह यह नहीं सोचते कि कि आगे क्या होगा और इससे कितना बड़ा नुकसान कर रहे हैं किसी की जिंदगी का
२-महिलाओं को कमजोर समझना-आजकल के जो पुरुष है ना वह महिलाओं को बहुत कमजोर समझते हैं कि वह कमजोर है यह वह लेकिन आज का युग बदल चुका है आज भी महिलाएं पुरुषों के बराबर खड़ी हैं लेकिन जब वह अकेली होती हैं चार लड़के मिलकर उसका रेप कर देता है यह काफी हद तक निराशाजनक है
३-आत्मविश्वास कम होना-लड़कियां जब अकेली कहीं रात में घूम रही होती है तो उन्हें डर होता हैकि कन्ही उनके साथ गलत ना हो जाए लड़कियां को अपने आत्मविश्वास से मजबूत होना चाहिए और उन्हें बचपन से ही लड़ने की ट्रेनिंग मिलनी चाहिए जिससे उनका आत्मविश्वास भी मजबूत होगा
४-पुरुषों की हवस भरी सोच-आजकल के चार पुरुष मिलकर एक लड़की का रेप करते हैं या कहीं की मर्दानगी नहीं है यह हब्शीपन है यह वह दरिंदगी है जो पूरी मान मर्यादा पूरी पुरुषों की इज्जत को डुबो देती है
चार लड़के मिल में बोलते हैं वह क्या माल जा रही है यही वह मेंटालिटी है जो दर्शाती है कि हमारी सोच में क्या है
बहुत ही यार मन खराब रेप की घटना सुनकर
मुझे कोई टाइम नहीं है क्या ऐसा घिनौना बहुत ही ज्यादा गंदा एक ऐसा अपराध है जिसकी सजा ने एक ऐसी सजा होनी चाहिए कि साथ पुस्ते भी कांप जाए
5-नशा- आजकल रेप मामलों में लगभग 85 से 90 परसेंट तक आरोपी सभी नशे में मिले हैं
नशा एक ऐसी ऐसी आकृति मन में पैदा कर देता है जिसे हर लड़की में एक माल नजर आता है की देख वह माल जा रही है आज से करते हैं वह करते हैं आदमी अपने आपको नशे में संभाल नहीं पाता है और उससे बस वही चीज दिखाई देती है
6-लचर कानून व्यवस्था-हमारे यहां की कानून व्यवस्था तो आपने देखी है आपके पास पैसे हैं तो आप मर्डर कर दो तो कुछ नहीं होगा बस पैसा होना चाहिए आपके पास आप थाने में जाओ है FIRलिखने को वो पहले टालमटोल करने की कोशिश करते हैं
हर जगह ऐसा नहीं होता बट 70 परसेंट हर थाने में ऐसा ही होता है
कोई राज्य में कानून व्यवस्था बहुत ज्यादा लचर है अगर यह सख्त हो तो काफी हद तक आपराधिक मामलों में गिरावट आ सकती है और कुछ हद तक रेप केस भी रोके जा सकते हैं अब रेप कर्मियों के हौसले बुलंद होते हैं पैसे देकर बच जायेंगे
3 टिप्पणियाँ
जब तक सरकारें ऐसे लोगों को पनाह देंगी से गुनाह होते रहेंगे
जवाब देंहटाएंShame on government
जब तक सरकारें ऐसे लोगों को पनाह देती रहेगी तब तक कुछ ठीक नहीं होगा
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सच और सटीक लिखा है मै भी ऐसे ही सोचती हूं आपके लेख ने साबित कर दिया है कि इस विषय पर सोचना आवश्यक है इसके लिये बहुत बहुत बधाईयां मेरे ब्लॉग पर भी आयें और अपना कीमती कमेन्ट दे https://chetnaspiritual.blogspot.com/?m=1
जवाब देंहटाएंIf you any doubt please let me know