नए सपने बुनने लगा मुझे इसकी खबर तक ना हुई,
हर रात में उन बातो के लिए जागता और हर रात उन सपनों के लिए सोता
कभी कोई इतना करीब नहीं आया मेरे दिल के जितनी तुम्हारी बातो ने छुहा मेरे दिल को,
अब तो मेंरा दिल है में हूं और तुम्हारे सपने है और तुम हो और तुम्हारी बाते..
सोचा था बातो का यह सिलसिला जिंदगी की हर सांस में घोल दूंगा,
पर ना जाने क्या हुआ मेरी किस्मत को ,
ना आज वो बाते ना वो सपने,
बस सासे है जो बेवजह ही चली जा रही है तुम्हारे बिना
1 टिप्पणियाँ
Lovely post 🙂👍🏻
जवाब देंहटाएंIf you any doubt please let me know