सुबह के सायद 4am हो रहे होंगे
मुझे अपनी( g.f ) लड़की मित्र से मिलने की बहुत जल्दी थी .
जब में घर से बाहर निकला तो बाहर अंधेरा था
मेरी g.f घर मेरे घर से थोड़े ही दूर पे था
तो उसके घर के आगे आकर मैंने फोन किया उसने मुझे अपनी छत पे बुलाया यह हमारी पहली मुलाकात थी
लेकिन वो छत पे आते ही उसके घर पे कुछ कटपत हुई जिससे वो जल्दी चली गई
में उसे सिर्फ देख ही पाया
अब ऐसे ही मोहल्ले में इशारों में बात हो जाती थी लेकिन उससे काफी टाइम मिला नहीं बस फोन पे बात होती थी
एक बार मैने ज्यादा जिद कि मिलने की तो वो सामने वाले घर में मुझसे मिलने आई
लेकिन इस बार उसकी बहन को उस पे शक हो गया तो वो उसके पीछे पीछे आई
उस घर में हम दोनों के आलावा कोइं नहीं था
मेरी हवा कराब थी बहुत डर लग रहा था बस सोच रहा था आज मुझे बचा ले कभी मिलने नहीं आऊंगा
मैने भाग के अंदर वाले कमरे में छीप गया मुझे डर के मारे काफी पसीना आरा था
उसकी बहन उसे डांटते हुए बाहर ले गई
में डर के मारे मैन गेट से बाहर नहीं निकला
में छत पे होके बाहर आ गया और भगवान का सुक्रिया किया और चला गया
मुझे उस दिन समझ आया कि इन सब चक्करों में लट्ट पड़ने के सिवाय कुछ नहीं होता
मेरी किस्मत अच्छी थी जो बच गया
1 टिप्पणियाँ
Very nice story
जवाब देंहटाएंIf you any doubt please let me know